जानूँ बस इतना कि तुम हो मेरी रचना। जानूँ बस इतना कि तुम हो मेरी रचना।
चूम लेती हूूं तुम्हारे नाम को आ जाओ गले लगा लूं एक बार हजार बार। चूम लेती हूूं तुम्हारे नाम को आ जाओ गले लगा लूं एक बार हजार बार।
अंतर्मन में संघर्ष चलता रहता है। वर्जनाओं के विरूद्ध अंतर्मन में संघर्ष चलता रहता है। वर्जनाओं के विरूद्ध
आओ दूंढ ले वजह फिर से करीब आने की, यूँ बिछड़कर ना तुम खुश हो ना हम आओ दूंढ ले वजह फिर से करीब आने की, यूँ बिछड़कर ना तुम खुश हो ना हम
वर्ण के नाम पर आरक्षण ..... वर्ण के नाम पर आरक्षण .....
नाम तेरा बन के मुस्कान मेरे चेहरे पर खिला है। नाम तेरा बन के मुस्कान मेरे चेहरे पर खिला है।